Things in mind before taking life insurance
देश में दर्जनों जीवन बीमा कंपनियां वहां सैकड़ों लाइफ इंश्योरेंस प्रोडक्ट मौजूद है इस वजह से लोगों के लिए यह तय करना मुश्किल हो जाता है कि कौन सा लाइफ इंश्योरेंस प्लान उनके लिए सही है सही जानकारी नहीं होने की वजह से लोग बीमा संबंधी धोखाधड़ी और एजेंटों का हो मिस सेलिंग का शिकार हो जाते हैं इससे बचने के लिए सेविंग से रजिस्टर्ड पेंट कोट 4 तरीके बताए हैं।

की फीचर्स डॉक्यूमेंट
आमतौर पर लोग लाइफ इंश्योरेंस खरीदने से पहले उसके की की फीचर्स डॉक्यूमेंट को ना तो पढ़ते हैं ना समझते हैं अधिकतर लोग यह नहीं जानते कि पॉलिसी जारी होने से 15 दिन तक फ्री लुक पीरियड होती है इस दौरान यदि पॉलिसी धारक को यदि लगता है कि इंश्योरेंस उसकी जरूरतों के लिए उपयुक्त नहीं है क्या उन्हें केएफडी में उल्लेख किए गए वादों से अलग बातें कहकर पॉलिसी बेची गई है तो 15 दिन के भीतर खरीदी गई पॉलिसी को निरस्त करने का विकल्प चुन सकते हैं।
प्रलोभन में ना फंसे
आपका पर्सनल डाटा का इंश्योरेंस एजेंट और कंपनियों के पास हो सकता है यह कंपनियां और एजेंट आपकी बीमा पॉलिसी में खामियां को जानकर पॉलिसी को अपग्रेड करने का बदलने का अनुरोध कर सकती हैं और कई तरह के प्रलोभन दे सकती हैं अगर आप ने पॉलिसी खरीदने के समय उचित छानबीन नहीं की है तो आप उनके झांसे में में आ सकते है इसलिए पॉलिसी का काफी अच्छे से छानबीन जरूर कर लेनी चाहिए।
अपने परिजनों और करीबी रिश्तेदारों को खरीदी गई जीवन बीमा पॉलिसी के बारे में पूरी जानकारी दें कभी कोई अनहोनी होने पर आपको नहीं रहने पर परिजन बीमा का लाभ उठा सकें जीवन बीमा पॉलिसी के सभी दस्तावेजों को डिजिटल और हार्ड कॉपी दोनों रूप में स्टोर कर ले ताकि जरूरत के समय इन्हें आसानी से प्राप्त किया जा सके।
Jeevan Bima Nigam – जीवन बीमा कराने से पहले यह समझना जरूरी है कि आप पॉलिसी क्यों खरीद रहे हैं पॉलिसी में क्या क्या कवर हो रहा है कवरेज की अवधि को सोच समझ कर चुनाव करें अधिकांश लोग प्रीमियम बचाने के चक्कर में कम अवधि वाला इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद लेते हैं, कम से कम कोई पालिसी इस आधार पर ले जो की सालाना खर्च कर कम से कम 20 गुना होना चाहिए।