Preparing to give a big blow to taxpayers, the central government may end tax exemption
मोदी सरकार पुरानी इनकम टैक्स प्रणाली को खत्म कर आयकर में मिलने वाले टैक्स छूट रियातों को समाप्त करने की तैयारी में है सूत्रों ने कहा है कि वित्त मंत्रालय ने तय कर लिया है उसे मुफ्त टैक्स व्यवस्था की समस्या की योजना बना रही है साथ टैक्स सिस्टम की समीक्षा का भी प्रस्ताव है इसके तहत जटिल पुरानी टैक्स व्यवस्था को समाप्त किया जा सकता है वर्ष 2021 22 के आम बजट में सरकार के नए टैक्स व्यवस्था लागू की थी और लोगों को टेक्स्ट छूट वाली पुरानी व्यवस्था या बिना छूट वह कम टैक्स वाली नई टैक्स प्रणाली में से किसी एक को चुनने की विकल्प दिया गया था।
सरकार का इरादा ऐसी टैक्स प्रणाली स्थापित करने का है जिसमें किसी तरह रियात ना हो इस बीच 2022 की अप्रैल-जून तिमाही में केंद्र सरकार को मिलने वाले direct tax में 40% की वृद्धि हुई थी।

पर्सनल टैक्स कलेक्शन भी कॉरपोरेट्स से अधिक रहा अप्रैल जून 2022 के बीच डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन इस बार ज्यादा टैक्स कलेक्शन से अधिक रहा इस दौरान पर्सनल टैक्स कलेक्शन 2 पॉइंट 6.7 लाख करोड़ रुपए रहा था जो पिछले साल की अवधि से 52% ज्यादा है कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन का आंकड़ा 2 लाख 22हज़ार करोड़ रुपए है जो पिछले साल से 34% .
क्यों घटा है Corporate Tax टैक्स कलेक्शन जून तिमाही में टैक्स कलेक्शन से कम पर टैक्स कलेक्शन रहने की वजह और से कॉर्पोरेट टैक्स घटाकर 30% से 22% करना है इसके साथ ही केंद्र ने अक्टूबर 2019 में मार्च 2024 के बीच शुरू होने वाली कंपनियों के लिए भी टैक्स रेट को 25% से घटाकर 15% कर दिया है।
आकलन वर्ष 2022 23 के लिए पर्सनल इनकम टैक्स सेल्फ एसेसमेंट भी 275% बढ़ा है इसके जरिए कुल ₹40500 करोड़ का टैक्स मिला है।