Heart Attack Risk, Symptoms – 40 की उम्र में भी हार्ट अटैक की आशंका व्यायाम न करने और शुगर और ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर कम उम्र में होने लगती है परेशानी
Heart Attack से युवाओं की मृत्यु के कई मामले सामने आए हैं इनमें कुछ मशहूर हस्तियां और खिलाड़ी भी शामिल है Indian Heart Association इंडियन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार भारतीय पुरुषों में 50 वर्ष से कम और उनमें से आधे से 25% हार्ड अटैक से कम उम्र में हो रहे हैं शोध बताते हैं कि वयायाम न करने वालों में हार्ट डिजीज की आशंका 21% तक रहती है वही कम उम्र में डायबिटीज और हाई बीपी की आशंका 65% बढ़ जाती है।

आईये जानते हैं इसके मुख्य कारण के बारे में – Top 5 risk factors for heart disease
बढ़ते मोटापे प्रोसेस्ड फ़ूड, ध्रूमपान, पेय पदार्थ ज्यादा लेने और शारीरिक गतिविधियों में कमी से डायबिटीज हाई बीपी और उसके कोलेस्ट्रॉल की समस्या होती है इनसे हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
दिनचर्या का नियमित ना होना जैसे समय पर ना सोना जागना रात भर जाकर सुबह देरी से उठते हैं तो शरीर के नकारात्मक प्रभाव पड़ता है इससे हार्ड अटैक समेत कई बीमारियों की आशंका रहती है।
धूम्रपान करना नशा करना यानी हृदय की धनिया में अचानक संकुचन और कसाव उत्पन्न होता है इससे हृदय में खून का प्रभाव बदित होता है और हार्टअटैक हो सकता है युवाओं में यह प्रमुख कारण है।
Genetic भी एक कारण है अगर किसी व्यक्ति के पिता या भाई को 55 वर्ष से कम उम्र में दिल का दौरा पड़ता है तो उसमें भी कम उम्र में ठेके आशंका रहती है ऐसे लोग यात्रा सतर्क रहें।
Body Building – Gym Exercise बॉडी बिल्डिंग के लिए स्पेशल सप्लीमेंट लेना अभी कारण हो सकता है इसमें स्टेरॉयड भी होते हैं जो सीधे तौर पर हार्ट पर असर करते है इसलिए भी जिम में हाईटेक के मामले बढ़ रहे हैं।
हार्ट अटैक आने के संभावित लक्षण Possible Reason for Heart Attack
नींद ना आना थोड़ा सा चलने या सीढ़ियां चढ़ने पर सांस लेने में दिक्कत बहुत ज्यादा थकान अनियमितता धड़कन खाने के बाद छाती पर दबाव महसूस होने पर पैरों में सूजन भी हार्ड अटैक के लक्षण हो सकते हैं।
इन लक्षणों पर गौर करें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह ले.
- दिनचर्या में बदलाव करके भी लोगों को जो कम किया जा सकता है
- धूम्रपान और नशीले पदार्थों लेते हैं तो तत्काल छोड़ दें
- जंग फास्ट फूड की जगह देखी और महसूस दिखाएं
- अच्छी नींद ले 6 से 8 घंटे की नींद से शरीर में उसके हार्मोन की मात्रा घटती है जिसे कम होता है
- सप्ताह में 5 दिन फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें इनसे करो स्टॉल का स्तर स्तर नियंत्रित होता है वह तनाव कम होता है
- अगर डायबिटीज और हाई बीपी है तो यह नियंत्रित रखें डाइट और दवाइयों पर ध्यान दे रहे हैं
20 से 40 वर्ष के बीच के लोगों का हर साल में अपना कार्ड एग्जाम शुरू करवाया जिनके जिनके ज्ञानी और मानसिक रूप से हृदय रोगों के आतंकवादी को उन्हें ह्रदय की जांच थोड़े कम अंतराल पर करवानी चाहिए ऐसे लोग दो-तीन साल के अंतराल में जांच करा सकते हैं
अगर किसी व्यक्ति को कम उम्र में ही दिल का दौरा पड़ता है तो उसे आगे भी उस में अटैक का खतरा बढ़ जाता रहता है ऐसे लोगों को अपने डॉक्टर की सलाह दिनचर्या डाइट लेना चाहिए साथ ही नियमित दिनचर्या रखें और तनाव वाले कार्यों से दूरी बनाकर रखें।
आम भाषा मैं कहे तो हृदय एक बिजली उपकरण की तरह है इसमें छाती पर फड़फड़ाना, छाती में हल्की बेचैनी, तेज दर्द या सीने में घबराहट हो सकती है साथ ही चक्कर आ सकते हैं या हल्के सिर दर्द के साथ भी ऐसा हो सकता है कमजोरी और थकान के कुछ लक्षण हैं.