Black Fungus (Mucormycosis) infected patient died in Bhilai Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में Black Fungus से भिलाई सेक्टर 1 में रहने वाले एक व्यक्ति की मौत हो गई है यह प्रदेश में ब्लैक फंगस से पहली मौत है जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए अलर्ट इस बीमारी के पैर पसारने के साथ ही जिले में उसकी दवाओं की किल्लत शुरू हो गई है सेक्टर १ C मार्केट में रहने वाले श्रीनिवास राव को ब्लैक फंगस की शिकायत होने के बाद रायपुर अस्पताल में भर्ती किया गया डायबिटीज से पीड़ित से शुरू में आंख में दर्द थी उसके बाद दिखाई देना बंद हो गया वहां करीब 4 दिनों तक इलाज करवाया इसके बाद वहां से बीएसपी के सेक्टर 9 अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया यहाँ तीन दिनों कोई सुधर नहीं हुआ इसके बाद आखिरकार पीड़ित का मंगलवार को निधन हो गया।

किन लोगों को हो रहा Black Fungus
कोरोना को हरा चुके लोग ब्लैक फंगस का शिकार हो रहे हैं ब्लैक फंगस का शिकार ज्यादा डायबिटीज वालो को यह रोग हो सकता है बेहतर है कि समय पर इलाज शुरू कर वाले ब्लैक फंगस से आंख की रोशनी जा सकती है उसके जबड़े और नाक की हड्डी गल सकती है समय पर उपचार नहीं करने पर जान जान जा सकती है इसमें दवा बिना डॉक्टर के परामर्श के न ले।
सरकार हुई अलर्ट जरुरी दवाओं की लिए दिए निर्देश
छत्तीसगढ़ के सीएम बघेल ने के प्रकोप को देखते हुए जरूरी दवाओं के लिए निर्देश दे दिए हैं की रोकथाम के लिए टेबलेट और एंटी फंगल वैक्सीन को स्टोर करने को कहा, यह काफी महंगी दवाएं हैं एक ही ऐसे में करीब 3000 से 5000 के बीच आती है जिसे रोजाना कम से कम छह से आठ हफ्तों तक देना पड़ता है एक महीने की दवा पर 40000 का खर्च करना पड़ता है।
ब्लैक फंगस Mucormycosis क्या है?
काली फफूंद एक गंभीर किंतु दुर्लभ फफूंद संक्रमण है, जो कि Mucor नामक एक दुर्लभ जानलेवा कवक के कारण होता है, जो पर्यावरण में मौजूद होता है, जो अक्सर गीली सतहों पर पाया जाता है। इसे काले रंग के सांचों के रूप में देखा जाता है। वातावरण में फंगल बीजाणुओं के संपर्क में आने से लोगों को श्लेष्मा रोग हो जाता है। कवक रोग का कारण बनता है जो अब covid-19 संक्रमण से जुड़ा हुआ है। संक्रमण पहली बार महामारी की ‘लहर’ के दौरान सामने आया था। इसे पहले ज़ाइगोमाइकोसिस के रूप में जाना जाता था।